स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के निर्देशानुसार रियात बाहरा कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट के पैरामेडिकल साइंसेज विभाग में प्रिंसिपल डॉ.हरिंदर कौर गिल के नेतृत्व में ”पानी ਠहरेगा जहां, मच्छर पैदा होगा वहां” विषय पर डेंगू जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में जिला एपीडिमोलोजिस्ट डॉ. जगदीप सिंह, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डॉ. तृप्ता देवी, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर अमनदीप सिंह, रियात बाहरा कॉलेज से डा.सुखमीत कौर बेदी, सहायक प्रोफेसर मिस पूजा, मिस अदिति और मिस्टर साकिब ने भाग लिया।
इस सेमिनार में डॉ.जगदीप सिंह ने छात्रों के साथ पीपीटी के माध्यम से डेंगू मच्छरों के पनपने के कारणों और बचाव के बारे में कई जानकारियां साझा कीं। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू से बचने के लिए हमें जागरूक होने की जरूरत है। डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों और हड्डियों में दर्द, आंखों के पीछे खिंचाव और दर्द और उल्टी शामिल हैं। ऐसे में जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल से संपर्क करना चाहिए। जहां डेंगू की सभी जांच और इलाज मुफ्त है। इसलिए इस बीमारी के स्रोत को खत्म करना जरूरी है और यह स्रोत है मच्छर। यह मच्छर साफ पानी में पैदा होता है और किसी भी छोटे खड़े जल स्रोत में अपने अंडे देता है। इसलिए हर शुक्रवार को डेंगू और वार के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि डेंगू फैलाने वाला मच्छर कूलरों, गमलों, छतों पर पड़े सामान, फ्रिज की ट्रे, पशु-पक्षियों के पानी के कटोरे आदि में जमा पानी में पैदा होता है और एक सप्ताह के भीतर ही पूर्ण वयस्क मच्छर बन जाता है। इसलिए इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को खत्म करने के लिए हर शुक्रवार को घर में पानी के उपरोक्त स्रोतों को पूरी तरह से सूखा रखना चाहिए।
डॉ.जगदीप सिंह ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह मच्छर सुबह और शाम के समय अधिक सक्रिय होता है। मच्छरों के काटने से बचाव के लिए दिन में पूरी बाजू के कपड़े पहनना, मच्छरदानी का उपयोग करना, मच्छर भगाने वाली क्रीम का उपयोग करना और अच्छी स्वच्छता रखना और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करके बच्चों को डेंगू से बचा जा सकता है।
डिप्टी मास मीडिया अधिकारी तृप्ता देवी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के सेमिनार आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य इस जानकारी को अपने तक सीमित न रखकर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जाए। इसको सिर्फ जानकारी तक ही सीमित न रखके इसको व्यावहारिक तौर पर किया जाए एवं अपने घरों में सभी जल स्रोतों की एक बार जरूर जांच की जाए ताकि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी से बचा के जा सके। डॉ.सुखमीत कौर बेदी ने कॉलेज के छात्रों को बहुमूल्य जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को धन्यवाद दिया और छात्रों द्वारा इस पूरी जानकारी को मुहिम की तरह आगे फैलाने का आश्वासन दिया। #HoshiarpurSocialMedia #hoshiarpurdigitalmedia