श्रीमती कोमल मित्तल आईएएस डिप्टी कमिश्नर कम चेयरपर्सन जिला नशा पुनर्वास केंद्र होशियारपुर के दिशा निर्देशों के अनुसार डीएमसी डॉ. हरबंस कौर के कुशल नेतृत्व में प्रिंसिपल श्री राजन अरोड़ा के सहयोग से सीनियर सेकेंडरी स्कूल रेलवे मंडी होशियारपुर में नशा मुक्ति जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।जिसमें पुलिस विभाग से जिला होशियारपुर के नारकोटिक्स डीएसपी सरदार जगीर सिंह विशेष रूप से शामिल हुए। स्वास्थ्य विभाग से डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डा तृप्ता देवी, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, प्रबंधक पुनर्वास केंद्र निशा रानी, जिला बीसीसी कोआरडीनेटर अमनदीप सिंह, काउंसलर राजविंदर कौर,काउंसलर प्रशांत आदिया और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों, शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया।
हाज़रीन को संबोधित करते हुए डॉ. हरबंस कौर ने कहा कि नशा न केवल एक व्यक्ति का जीवन बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है। यह एक मानसिक बीमारी है जिसे उचित उपचार से स्थायी रूप से ठीक किया जा सकता है। समाज से नशे को खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। पहली बार नशे की पेशकश को 'नहीं' कहना आपको इस दलदल में फंसने से बचा सकता है। स्वास्थ्य विभाग नशा मुक्ति केंद्रों, पुनर्वास केंद्रों और ओटी क्लीनिकों में नशे की लत का इलाज बिल्कुल मुफ्त प्रदान किया जाता है। साथ ही मरीज और उसके परिजनों की काउंसलिंग की जाती है।
डीएसपी श्री जगीर सिंह ने कहा कि समाज को नशे के संकट से बचाने के लिए संयुक्त प्रयासों की जरूरत है, ताकि हम अपनी अगली पीढ़ी को बचा सकें और उन्हें बता सकें कि जीवन बहुत कीमती है और इसे नशे में न उलझायें।नशे पर नियंत्रण के लिए पुलिस विभाग भरसक प्रयास कर रहा है। लेकिन माता-पिता की भी बड़ी जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को इस अलामत से दूर रखें।
डिप्टी मास मीडिया अधिकारी डा.तृप्ता देवी ने विचार साझा करते हुए कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है और इसके कारण कई अनमोल जिंदगियां खत्म हो रही हैं। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को नशे से सुरक्षित रखने के लिए हम सभी को जागरूक होना होगा। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, यदि हमें अपने आसपास कोई ऐसा व्यक्ति मिलता है जो नशे की बीमारी से पीड़ित है, तो हम उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
प्रबंधक निशा रानी ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि नशे से पीड़ित व्यक्ति एक प्रकार का रोगी होता है जिसे इलाज की सख्त जरूरत होती है और समाज का भी दायित्व है कि उसके साथ भेदभाव करने के बजाय प्यार और अपनेपन की भावना से उसे इस समस्या से बाहर निकालें।
काउंसलर प्रशांत आदिया ने कहा कि युवा पीढ़ी आलस्य, बेरोजगारी और नशे की दलदल में फंसती जा रही है। जिससे स्वास्थ्य एवं अन्य सामाजिक मूल्यों में गिरावट आ रही है। काउंसलर राजविंदर कौर ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
जिला शिक्षा कार्यालय से श्री गोपाल कृष्ण ने नशीली दवाओं की रोकथाम और इसके उपचार के बारे में प्रचुर जानकारी साझा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया और इस अभियान में अपने विभाग से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। अंत में काउंसलर प्रशांत आदिया ने उपस्थितजनों को नशा मुक्त जीवन जीने की शपथ दिलाई। #HoshiarpurSocialMedia #hoshiarpurdigitalmedia