– कैबिनेट मंत्री वन चेतना पार्क बसी पुरानी में वन महोत्सव के दौरान किया पौधारोपण
होशियारपुर, 15 जुलाईः
कैबिनेट मंत्री पंजाब ब्रम शंकर जिंपा ने कहा कि वन चेतना पार्क बसी पुरानी में आयोजित वन महोत्सव के दौरान पौधारोपण करते हुए लोगों से मानसून के मौसम के दौरान अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान की ओर से प्रदेश में अधिक से अधिक पौधारोपण को लेकर विशेष हिदायत दी गई है। उन्होंने कहा कि जिले में 38 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है जो कि जन सहयोग से पूरा किया जा सकता है। इस दौरान उनके साथ मेयर सुरिंदर कुमार, डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, सी.एफ नार्थ डा. संजीव कुमार तिवारी, सीनिय़र डिप्टी मेयर प्रवीन सैनी व डी.एफ.ओ. नलिन यादव भी मौजूद थे।
कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान ग्राम पंचायत बसी पुरानी का आभार जताया, जिन्होंने वन चेतना पार्क के निर्माण में अपना पूर्ण सहयोग दिया है। उन्होंने कहा कि गांव की पंचायत हमेशा ही सरकार की सभी योजनाओं को लागू करवाने में अपना यथा संभव योगदान डालती है। इस दौरान स्कूल के बच्चों से पौधारोपण करवाते हुए उन्होंने कहा कि वातावरण को बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं। उन्होंने विद्यार्थियों को वन चेतना पार्क में बने नेचर इंटरप्रिटेशन सैंटर का दौरा भी करवाया। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी देखभाल कर उनको जिंदा भी रखना जरुरी है। उन्होंने कहा कि रोजाना वातावरण संतुलन बिगड़ता जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य वन क्षेत्र का कम होना है। उन्होंने कहा कि वातावरण संतुलन बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने की जरुरत है क्योंकि पेड़ों से वातावरण संतुलन बना रहता है।
ब्रम शंकर जिंपा ने कहा कि आज के विशेष दिन हम लोगों तक संदेश पहुंचाना चाहते हैं कि हरियाली के लिए पौधारोपण करना कितना जरुरी है। उन्होंने लोगों को अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों के जन्मदिन व बुजुर्गों की याद में पौधारोपण करें। इससे पौधे के साथ विशेष लगाव बनता है। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के बाद कम से कम तीन या चार वर्ष पौधे की देखभाल जरुर करें। इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने वन विभाग की ओर से लगाए गए स्टालों का भी दौरा किया। इस मौके पर डिप्टी डी.ई.ओ(से) धीरज वशिष्ठ, डिप्टी डी.ईओ(ए) सुखविंदर सिंह, रेंज अधिकारी जतिंदर सिंह, प्रीतपाल, राजन सैनी, विशाल मोनू, मदनलाल, बिमल तलवाड़, शरीफ, वरिंदर वैद, सुमेश सोनी के अलावा अन्य गणमान्य भी मौजूद थे।