कहा स्कीम में भर्ती किये गये नौजवानों से भी हुआ भद्दा मजाक
होशियारपुर (11 जुलाई) पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में पंजाब सरकार द्वारा घर-घर आटा बांटने की शुरू की गई बहुचर्चित स्कीम को ग्रहन लग गया हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान हर भाषण में अपनी सरकार की पीठ थपथपा कर कह रहें थे कि गरीब लोगों को राशन लेने के लिए डिपूओं की लाइन खड़े नहीं होना पड़ेगा और न ही गेँहू पिसवाने की जेहमत उठानी पड़ेगी। सरकार के कर्मचारी घर-घर जा कर गेँहू का पिसा हुआ आटा सप्लाई करेंगे. उसके पायलट प्रॉजेक्टों के तौर पर मुख्यमंत्री व खाद्य आपूर्ति मंत्री ने स्कीम का उद्घाटन करके खूब प्रचार किया तथा एक ऐसी सरकार की छवि पेश करने की कोशिश की गई जिसमें गरीब लोगों को घर बैठे वह सभी सुविधाएं मिल रही हों। उस समय डिपू होल्डरों तथा विपक्षी दलों ने इस स्कीम की कामयाबी पर प्रश्नचिन्ह उठाया था । अब स्कीम फेल होने से मान सरकार कटघरे में आ चुकी हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा प्रचारित की गई बहुत सी स्कीमें सिरे नहीं चढ़ पाई। घर-घर आटा बाटने की स्कीम भी उनमें से एक हैं. श्री सूद ने कहा कि इस स्कीम को चलाने के लिए जो स्टाफ रखा गया था ना ही उनकों वेतन मिला है तथा ना ही उनका कोई बाली बारिस हैं। सरकार ने बहुत से नौजवानों को जो नौकरी देने का ढोंग रचा था। यह वर्ग भी उसी में शामिल हैं। इस तरह पंजाब सरकार ने नौजवानों को भी गुमराह करके बुरी तरह जलील किया हैं।